Saturday, May 30, 2009

 

ऑस्ट्रेलिया में पिट्गे छोरे

घर त पिस्से लगा लगा क छोरे गये विदेश
इंडिया की पढ़ाई भावे न न भावे इत का भेस
दिन में करे पढाई रात न चलावे कार
दुसरे के घर करे मजूरी अपना घर बेकार
उडे कुते की ढाला गोरे करे पिटाई
छोड़ चक्कर विदेश का घर न आजा भाई
क्युकी अपनी होक्टी अपनी मरोड़
पीवे तो पीवे न देवे फोड़

Comments:
kati badhiya shabdan me sahi sahi bat keh di apne,par ya bat aaj kal k nojawana k dimag me kyukar aave?
 
Pooja ji ki bat se mai bhi sahmat hun............
 
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