Wednesday, April 23, 2008
आजो हँसेगे
एक ब एक बटँऊ रात ने देर त ससुराड पहुंचा उसकी सासु बोली हा बेटा दो रोटी बच रही स काम चला ले गा बटँऊ बोल्या ठीक स उसकी सासु न दोनों रोटी उसकी थाली म धर दी तो बटँऊ न एक उलटी पकडा दी सासु बोली क बात बेटा नाराज होगया के तो बटँऊ बोल्या ना ना एक रोटी ज्यात उलटी दी स अक तू नु नि कहेवेगी अक और ले ले बेटा और ले ले बेटा
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