Friday, February 13, 2009
मेरा वैलेंटाइन
प्रेम चौदस मुबारक हो
प्रेम चौदस का नमन करो और रखो दिल से दूर
वैलेंटाइन डे तुम इतना क्यों हो रहे मगरूर
तुम तो मनाते हो साल में प्यार को एक बार
अपना फाल्गुन का महिना ३० दिनों की बहार
अंग्रेजो तुम व्ही रहो तुम चाहे जैसे भी हो
अपने त्यौहार हमे हैं प्यारे तुम्हें प्रेम चौदस मुबारक हो
वैलेंटाइन डे तुम इतना क्यों हो रहे मगरूर
तुम तो मनाते हो साल में प्यार को एक बार
अपना फाल्गुन का महिना ३० दिनों की बहार
अंग्रेजो तुम व्ही रहो तुम चाहे जैसे भी हो
अपने त्यौहार हमे हैं प्यारे तुम्हें प्रेम चौदस मुबारक हो
Tuesday, February 3, 2009
एक कविता प्यार की
नही पूछता क्या संग चलोगी जीवन के पथरीले पथ पर
नही पूछता क्या संग जलोगी दुखों के अग्निरथ पर
कहता नही मैं यह भी दुल्हन बन मेरे घर आओ
या बनकर जूही तुम आंगन में मेरे शरमाओ
न ही प्रेम की बातें तुम से न ही कोई प्रणय निवेदन
क्या तडपती हो विरह में इस पर नही ह कोई विवेचन
पर तुम्हें ह शपथ तुमारी बतलाओ तुम
क्या प्यार मुझे तुम करती हो क्या याद मुझे तुम करती हो
नही पूछता क्या संग जलोगी दुखों के अग्निरथ पर
कहता नही मैं यह भी दुल्हन बन मेरे घर आओ
या बनकर जूही तुम आंगन में मेरे शरमाओ
न ही प्रेम की बातें तुम से न ही कोई प्रणय निवेदन
क्या तडपती हो विरह में इस पर नही ह कोई विवेचन
पर तुम्हें ह शपथ तुमारी बतलाओ तुम
क्या प्यार मुझे तुम करती हो क्या याद मुझे तुम करती हो
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